ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि शनि देव धीमी गति से चलते है | वे प्रत्येक ढाई साल में अपनी राशि बदलते है | की गयी ज्योतिषीय गणना के अनुसार 11 मई से शनि उलटी चाल चलेंगे | ज्योतिष की भाषा में इसे वक्री चाल कहा जाता है | उनकी ये वक्री चाल 29 सितम्बर तक रहेगी, इसके बाद वे फिर से मार्गी हो जायेंगे | इसका प्रभाव सभी राशियों पर किसी ना किसी प्रकार से पड़ेगा | आज हम आपको शनि की वक्री चाल से पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी देने जा रहे है |
मेष -मकर में वक्री होने की वजह से इस राशि के जातको की आमदनी में वृद्धि होगी |
वृष - इस राशि के जातको की परेशानियां बढ़ सकती है | आपको लम्बी यात्रा पर जाने से बचना चाहिए |
मिथुन - शनि के वक्री होने से इस राशि के जातको की परेशानियां बढ़ सकती है |
कर्क - करियर को लेकर आप सफलता प्राप्त करेंगे, हालाँकि विरोधी भी सक्रीय रहेंगे, सावधान रहे |
सिंह - शनि की वक्री चाल का आप पर मिलाजुला प्रभाव रहेगा | किसी से बहस होने की सम्भावना है |
कन्या - आप पर आर्थिक समस्या आ सकती है | आपको धैर्य से काम लेना चाहिए |
तुला - आप पर नकारात्मक प्रभाव रहेगा | आपको कोई बड़ी धनहानि हो सकती है |
वृश्चिक - वक्री शनि आपको लाभ पहुचायेगा | आर्थिक स्थिति के साथ करियर भी ऊंचाइयों पर जायेगा |
धनु - आपको धनहानि के साथ पारिवारिक या सामाजिक क्षति होने की संभावना है |
मकर - शनि इसी राशि में वक्री है, इसीलिए ये राशि ही सबसे अधिक प्रभावित रहेगी | आपको बड़ा धन लाभ हो सकता है |
कुम्भ - आपको पारिवारिक मामलो को लेकर परेशानी उठानी पड़ सकती है |
मीन - समाज में आपके मान सम्मान के साथ आर्थिक स्थिति में भी इजाफा होगा |